Peer e Kamil Novel in Hindi – पीर ए कामिल – Episode 1, Part 2
Peer e Kamil Novel in Hindi
Part 2: मुईज का चेहरा सुर्ख हो गया उसने जमीन पर पर पड़ा हुआ अपने भाई का बैग उठाकर दूर उछाल दिया एक लम्हे के इंतजार किए बगैर उसके भाई ने पूरी कुवत से मुईज की टांग पर ठोकर मार दी जवाबन उसने पूरी कुवत से छोटे भाई के मुंह पर मुक्का मारा जो उसकी नाक पर लगा अगले ही लम उसकी नाक से खून टपकने लगा इतने शदीद हमले के बावजूद उसके हलक से कोई आवाज नहीं निकली थी
उसने मुईज की टाई खींचते हुए उसका गला दबाने की कोशिश की मुईज ने जवाबन उसकी शर्ट को कॉलर से खींचा उसे शर्ट के फटने की आवाज आई उसने पूरी कुवत से अपने छोटे भाई के पेट में मुक्का मारा उसके भाई के हाथ से उसकी टाय निकल गई ठहरो मैं तुम्हें अब तुम्हारा हाथ तोड़क दिखाता हूं मुईज ने उसे गालियां देते हुए लाउच के कोने में पड़े हुए एक रैकेट को उठा लिया अपने छोटे भाई को मारने की कोशिश की मगर अगले ही लमहे रैकेट उसके भाई के हाथ में था उसने पूरी कुवत से घुमाकर इतनी बर्क रफ्तार के साथ उस रैकेट को मोईज के पेट पर मारा कि वह संभल या खुद को बचा भी ना सका
उसने यके बाद दी गरे उसकी कमर और टांग पर रैकेट बरसा दिए अंदर से उन दोनों का बड़ा भाई इश्तेहार के आलम में बाहर लाउच में आ गया क्या तकलीफ है तुम दोनों को घर में आते ही हंगामा शुरू कर देते हो उसको देखते ही छोटे भाई ने उठा हुआ रैकेट नीचे कर लिया था और तुम तुम्हें शर्म नहीं आती अपने बड़े भाई को मारते हो उसकी नजर अब उसके हाथ में पकड़े रैकेट पर गई नहीं आती उसने बड़ी टाई के साथ कहते हुए रैकेट एक तरफ उछाल दिया और बड़ी बेखौफ से कुछ फासले पर पड़ा हुआ अपना बैग उठाकर अंदर जाने लगा मुईज ने बुलंद आवाज में सीढ़िया चढ़ते हुए अपने छोटे भाई से कहा तुमको इसका किया सा भुगतना पड़ेगा
वह अभी तक अपनी टांग सहला रहा था श्यर व्हाई नॉट एक अजीब सी मुस्कुराहट के साथ सीढ़ियों के आखिरी सिरे पर रुककर उसने मुईज से कहा अगली बार तुम बैट लेकर आना टेनिस रैकेट से कुछ मजा नहीं आया तुम्हारी कोई हड्डी नहीं टूटी मुईज को इतल आ गया तुम अपनी नाक संभालो वह यकीनन टूट गई होगी मुईज गुस्से के आलम में सीढ़ियों को देखता रहा जहां कुछ देर पहले वह खड़ा था
Peer e Kamil: Mrs. Samantha Richard’s
मिसेस समांथा रिचर्ड्स ने खिड़की के साथ पहली कुर्सी पर बैठे हुए उस लड़के को चौथी बार घूरा वो उस वक्त भी बड़ी बे नियाजी से खिड़की से बाहर देखने में मसरूफ था वक्त वतन फ वक्त वो बाहर से नजरें हटाता एक नजर मि से समानता को देखता उसके बाद फिर उसी तरह बाहर झांकने लगता इस्लामाबाद के एक गैर मुल्की स्कूल में वह आज पहले दिन इस क्लास की बायोलॉजी पढ़ाने के लिए आई थी
वह एक डिप्लोमेट की बीवी थी और कुछ दिन पहले ही इस्लामाबाद अपने शौहर के साथ आई थी टीचिंग उनका प्रोफेशन था और जिस जिस मुल्क में उनके शौहर की पोस्टिंग हुई वो वहां सिफारिश स्कूल्स में पढ़ाती रही इससे पहले बायोल पढ़ाने वाली टीचर मिसेस मैरीन की स्कीम ऑफ वर्क को ही जारी रखते हुए उन्होंने क्लास के साथ कुछ इब्तिदा तारुफ और गुफ्तगू के बाद दिल और निजाम दौरान खून की डायग्राम राइटिंग बोर्ड पर बनाते हुए उसे समझाना शुरू किया डायग्राम की वजाहत करते हुए उन्होंने उस लड़के को खिड़की से बाहर झांकते हुए देखा पुरानी टेक्निक का इस्तेमाल करते हुए
अपनी नजरें उस लड़के पर मार्कर रखते हुए उन्होंने अचानक बोलना बंद कर दिया क्लास में एकदम खामोशी छा गई उस लड़के ने सर घुमाकर अंदर देखा मिसेस समांथा रिचर्ड से उसकी नजरें मिली मिसेस समांथा मुस्कुराई और एक बार फिर उन्होंने अपना लेक्चर शुरू कर दिया कुछ देर तक उन्होंने इसी तरह बोलते हुए अपनी नजरें उस लड़के पर रखी जो अब अपने सामने पड़ी नोटबुक पर कुछ लिखने में मसरूफ था उसके बाद मिसेस समांथा ने अपनी तवज्जो क्लास में मौजूद दूसरे स्टूडेंट्स पर मरकस कर ली उनका ख्याल था कि वह खासा शर्मिंदा हो चुका है दोबारा बाहर नहीं देखेगा
मगर सिर्फ दो मिनट बाद ही उन्होंने उसे एक बार फिर खिड़की से बाहर मुतजेंस लड़के ने गर्दन मोड़कर फिर उनकी तरफ देखा इस बार मिस समांथा मुस्कुराई नहीं बल्कि कद्र संजीदगी से उसे देखते हुए एक बार फिर लेक्चर देना शुरू कर दिया चंद लमहे गुजरने के बाद उन्होंने राइटिंग बोर्ड को देखने के बाद दोबारा उस लड़के को देखा तो वह एक बार फिर खिड़की से बाहर कुछ देखने में मसरूफ था इस बार गैर महसूस तौर पर उनके चेहरे पर कुछ नाराजगी नमूद हुई और वह कुछ झुंझला हुए खामोश हुई और उनके खामोश होते ही उस लड़के ने खिड़की के बाहर से अपनी नजरें हटाकर उनकी तरफ देखा इस बार उस लड़के के माथे पर भी कुछ शिकन थी
Peer e Kamil: Salar Sikandar
एक नजर मिसेस समांथा को नाग वारी से देखकर वह एक बार फिर खिड़की से बाहर देखने लगा इसका अंदाजा इस कदर तौहीन आमज था कि मिसेस समांथा रिचर्ड्स का चेहरा सुर्ख हो गया सालार तुम क्या देख रहे हो उन्होंने सख्ती से पूछा नथिंग, एक लफ्ज जवाब आया वह अब चुपते हुई नजरों से उन्हें देख रहा था तुम्हें पता है मैं क्या पढ़ा रही हूं होप सो उसने इतने रूड अंदाज में कहा कि समांथा रिचर्ड्स ने एकदम हाथ में पकड़ा हुआ मारकर कैप से बंद करके टेबल पर फेंक दिया यह बात है तो फिर यहां आओ और यह डायग्राम बनाकर इसको लेबल करो उन्होंने स्पंच के साथ राइटिंग बोर्ड को साफ करते हुए कहा य के बाद दीगर लड़के के चेहरे पर कई रंग आए उन्होंने क्लास में बैठे हुए स्टूडेंट्स को आपस में नजरों का तबा ल करते हुए देखा
Imama Hashim in Peer e Kamil
वह लड़का अब सर्द नजरों के साथ समांथा रिचर्ड्स को देख रहा था जैसे ही उन्होंने राइटिंग बोर्ड से आखिरी निशान साफ किया वह अपनी कुर्सी से एक झटके के साथ उठा तेज कदमों के साथ उसने टेबल पर पड़ा हुआ मारकर उठाया और बर्क रफ्तार के साथ राइटिंग बोर्ड पर डायग्राम बनाने लगा पूरे 2 मिनट 57 सेकंड्स के बाद उसने मार्कर पर कैप लगाकर उसे मेस पर उसी अंदाज में उछाला जिस अंदाज में समानता रिचर्ड ने उछाला था और समानता की तरफ देखे बगैर अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गया मिसेस रिचर्ड ने उसे मारकर उछलते या अपनी कुर्सी की तरफ जाते नहीं देखा
वो बे यकीनी के आलम में राइटिंग बोर्ड पर न मिनट से भी कम अरसे में बनाए जाने वाली इस लेबल डायग्राम को देख रही थी जिसे बनाने में उन्होंने 10 मिनट लिए थे और वह उनके डायग्राम से ज्यादा अच्छी थी वो कहीं भी मामूली सी गलती भी नहीं ढूंढ सकी कुछ खी सी होते हुए उन्होंने गर्दन मोड़कर एक बार फिर उस लड़के को देखा वो फिर खिड़की से बाहर देख रहा था वसीम ने तीसरी बार दरवाजे पर दस्तक दी इस बार अंदर से इमामा की आवाज आई कौन है इमामा मैं हूं दरवाजा खोलो वसीम ने दरवाजे से अपना हाथ हटाते हुए कहा अंदर खामोशी छा गई कुछ देर बाद दरवाजे का लॉक खुलने की आवाज सुनाई दी वसीम ने दरवाजे के हैंडल को घुमाकर दरवाजा खोल दिया
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